Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Options
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जब हमें डर लगता है वास्तव में उसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है एक आम रूप में डर (भय) लगना स्वाभाविक है जिसे बच्चे, बूढ़े, नवजवान यहां तक अन्य जीव-जंतुओं में भी डर की प्रतिक्रियाए देखने को मिलती है
आपके साथ ऐसी दिक्कत ना हो और डर कम हो, इसके लिए आप कुछ अच्छे दोस्त बनायें, उनके साथ समय बिताएं.
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आपने देखा होगा की नशा करने वाले लोग सिर्फ नशा करने के बाद ही खुलकर बोलने की हिम्मत कर पाते हैं.
अपने लक्ष्य की कल्पना करें, जैसे कि वह पहले ही पूरा हो चुका हो।
ध्यान – अधिक जानकारी ध्यान करना सीखें
इसे लेकर आपकी क्या प्रतिक्रिया होती है? इनके बारे में जानें।
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नहीं ना? फिर किसी से इतना लगाव क्यों की हमें अंदर ही अंदर उसकी सार संभाल का डर लगने लगे? उससे जुदा होने का डर लगने लगे.
हर किसी के मन में किसी न किसी बात को लेकर डर की स्थिति होती है। इस मन के डर को कैसे निकालें, इसके लिए इन बातों का ख्याल रखें।
मानवीय अनुभवों में यदि get more info हम डर के संकेतों को ढूंढने जाएं तो यह शारिरिक संकेतों से भी गहन दिखलाई पड़ता है क्योंकि यहां डर के कुछ ऐसे भी प्रकार हैं जो बहुत घातक है –
जो बीत गया सो बीत गया। अक्सर हम बीती हुई बातों को लेकर चिंता में पड़ जाते हैं जैसे कि अगर कुत्तों से डरते हैं तो पहले कभी कुत्तों से कोई बुरा अनुभव हुआ होगा।
चिंता हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है। जब हम चिंता करते हैं तब हमारा दिमाग विचारों के एक भंवर में फंस जाता है। यही विचार डर को जन्म देते हैं।